दिल्ली के गोडियम आई वी एफ केन्द्र में औरतों के बांझपन का इलाज

पिछले वर्षों में gaudium IVF और Gynac Solution Centre का नाम भारत में बांझपन का इलाज करने के लिए मशहूर हो चुका है, जो कि पारदर्शी, नैतिक और प्रत्येक रोगी की रुचि को सुनिश्चित बनाता है। स्त्री बांझपन के हमारे विशेषज्ञ इलाज के लिए आवश्यक तरीकों से काफी प्रजनन आगे निकल चुके है, जो कि हमारे उपकरणों से भरपूर सुविधाओं वाली प्रयोगशालाओं में फर्टीलिटी की आधुनिक थैरेपी, प्रचलित इलाज के प्रोटोकल के साथ प्रदान करते हैं।

हमासी सफलता की दर ने हमें भारत में बांझपन के केन्द्रों में सबसे शीर्ष पर लाकर रख दिया है, जहां हमारे जनन विशेषज्ञ मिलकर अधिक सफलता के लिए नए बदलाव वाले इलाज करने की योजना बनाते हैं।

Gaudium IVF में स्त्री बांझपन के इलाज में शामिल है

अण्डोत्सर्ग की स्थापना (Ovulation Induction)

अण्डोत्सर्ग स्थापना किसी स्त्री के अण्डकोष को एक चक्र के दौरान काफी अण्डे छोडऩे के लिए उत्तेजित करने की प्रक्रिया है। इसे पीने वाली अथवा शरीर के अन्दर डाली जाने वाली दवाइयों द्वारा किया जा सकता है। यह इलाज अण्डोत्सर्ग के समय को नियंत्रित करती है ताकि संसर्ग अथवा अगले इलाज को गर्भधारण के अवसरों को बढ़ाने के लिए समय दिया जा सके। अण्डोत्सर्ग स्थापना निम्नलिखित किसी एक तरीके से की जा सकती है।

  • प्राकृतिक चक्कर की स्थापना - रोगी के प्राकृतिक महारावारी चक्कर का निरीक्षण किया जाता है और कोई दवाई नहीं दी जाती। आपका डाक्टर-अण्डोत्सर्ग (आपके किसी एक अण्डकोष द्वारा अण्डे को छोडऩे) के समय का पता लगाता है, जिसके वे आपके बेहद फर्टाईल (उपजाऊ) दिनों का पता लगा सकते हैं ताकि संसर्ग क्रिया द्वारा शुक्राणु के अण्डे के साथ जुडऩे के अवसरों को समय पर बढ़ाया जा सके। साथ ही साथ, प्राकृतिक चक्कर स्थापना को IUI के साथ भी जोड़ा जा सकता है। यह उन दम्पतियों के लिए लाभदायक है, जिन्हें अंडोत्सर्ग संबंधी कोई समस्या न हो परन्तु डाक्टरी अथवा किसी अन्य कारण के द्वारा ससर्ग नहीं कर सके।
  • पीने वाली दवाई को अण्डकोष को उत्तेजित करने के लिए प्रयोग किया जाता है और अण्डोत्सर्ग को नियंत्रित करने के लिए भी। Clomuphene मस्तिष्क में उपस्थित पीयूप/मास्टर ग्रंथी को अधिक Follicle Itimulting Hormone, (FSH) पैदा करती है, जो दोबारा अण्डकोष को IUI अथवा IVF चक्कर के लिए अत्यधिक अण्डे बनाने के लिए तैयार करती है।
  • FSH अण्डोत्सर्ग स्थापना-प्राकृतिक चक्र IUI और Clomiphene Citrate अण्डोत्सर्ग की स्थापना से अधिक कारगर है। अण्डकोष को Follicle Stimulting Hormone (FSH) टीकों द्वारा तैयार किया जाता है। रोगी की किसी जटिलता को दूर करने के लिए निरन्तर जांच की जाती है।
Intrauterine Insemination (IUI)

इन्ट्रायूट्रीन इनसैमीनेशन असिस्टिड इनसैसीनेशन का अत्यधिक प्रयोग में आने वाला रूप है। इस प्रक्रिया में शुक्राणु के नमूने को अण्डोत्सर्ग समय के पास आने पर औरत के गर्भाशय में रख दिया जाता है, ताकि गर्भधारण के अवसर को बढ़ाया जा सके।

एक साधारण और दर्दरहित विधि है और इसे हमेशा थोड़े-बहुत बांझपन होने पर प्रथम कड़ी के इलाज के रूप में लिया जाता है।

इन विट्रोफर्टीलाइकोशन (IVF)

इन विट्रो का अर्थ मनुष्य शरीर से बाहर है। इनविट्रो फर्टीलाइकोशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें किसी स्त्री के भ्रूण को नर पुरुष के शुक्राणु के साथ शरीर से बाहर निषेचित किया जाता है, किसी प्रयोगशाला की प्लेट में अथवा परख नली में। इस कारण इसे ‘टैसट ट्यूब’ बेबी कहा जाता है।

2009 में हमने अपना पहला ढ्ढङ्कस्न क्लीनिक दिल्ली में खोला, gaudium IVF ने अब वैश्विक स्तर पर 30 से अधिक देशों में 7500+ रोगियों का सफल IVF चक्कर करके पहचान प्राप्त कर ली है। उच्च कोटि के जनन विशेषज्ञों द्वारा रोगी को केन्द्र मानकर बांझपन का इलाज करके, Gaudium IVF भारत में उचित दाम पर और प्रभावशाली IVF ट्रीटमैंट की खोज करने वाले रोगियों के लिए एक विशेष मंकिाल बन कर उभरा है।

एक स्टैंडर्ड ढ्ढङ्कस्न चक्कर के चरण निम्नलिखित हैं-

  • अंडकोष की उत्तेजना : अंडकोष द्वारा कई अंडे तैयार करने के लिए दवाइयां।
  • अंडा सुधार : अंडकोष द्वारा तैयार अंडे इकट्ठे करना।
  • इनसैमीनेशन और निषेचन : शुक्राणुओं और अंडों को निषेचन के लिए प्रयोगशाला की प्लेट में एकत्र करना।
  • भ्रूण संवर्धन : निषेचित अंडा विभाजित होता है और भ्रूण बनता है।
  • भ्रूण स्थापना : निषेचन से 3-5 दिनों के बाद भ्रूण को गर्भकोष में रख दिया जाता है।
  • गर्भधारण की जांच : भ्रूण स्थापना के 10-15 दिनों के बाद यह पता करने के लिए कि भ्रूण आरोपण सफल हुआ है, गर्भधारण की जांच की जाती है।
Intra-Cytoplasmic Sperm Injection (ICSI)

ICSI, IVF का एक आधुनिक रूप है जिसमें एक अकेले शुक्राणु को एक अंडे के साथ मिला दिया जाता है ताकि निषेचन हो सके। ICSI एक बहुत अधिक प्रभावी विधि है, जब नर सहभागी की तरफ से अच्छी गुणवत्ता वाले शुक्राणु कम मात्रा में पैदा होते हैं। अंडा सुधार, भ्रूण संवर्धन और भ्रूण स्थापना के चरण IVF चक्कर की भांति ही होते हैं।

Gaudium IVF उन दम्पतियों की सहायता करता है, जो आई.वी.एफ का चुनाव करते हैं, सही सरोगेट को चुनने के लिए मदद से लेकर गर्भधारण के समय से लेकर बच्चे के जन्म तक। हमारी आई.वी.एफ की उच्च कोटि की सेवाओं ने Gaudium IVF को भारत और दिल्ली का सबसे अधिक विश्वसनीय आई.वी.एफ बना दिया है

हम और देते हैं-

  • PCOS ट्रीटमैंट
  • बीमारी का इलाज और सर्जिकल लैप्रोस्कोपी
  • जमे हुए भ्रूण की स्थापना (स्नश्वञ्ज)
  • निषेचन परिरक्षण (अंडा फ्रीका करना)

यदि आप अच्छी गुणवत्ता की जनन रक्षा की खोज में भारत में किसी बढिय़ा IVF केन्द्र को खोज रहे हों तो कृपया फोन करें :+91-11-48 85 85 85 या हमें लिखें info@gaudiumiumivfcentre.com / inquiry@gaudiumivfcentre.com